Thursday 26 September 2013

चाणक्य जी ने बताया कि सिद्दि कैसे प्राप्त की जा सकती है.

1-  लक्कड ,पत्थर और लोहे आदि धातुओं की भावना और श्रद्दा से सेवा करके उस (भावना ) के द्धारा मनुष्य सिद्द हो जाता है , अथवा सिद्दि प्राप्त कर लेता है और भक्त पर परमेश्वर प्रसन्न होता है

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