Sunday 22 September 2013

चाणक्य जी ने बताया कि भोजन के अन्त में किसका सेवन विष के समान है.

1-  अपच होने पर जल पीना ओषध है ,भोजन के पच जाने पर जल का सेवन बल देने वाला है और भोजन के मध्य में जल का पीना अमृत के समान गुणकारी है परन्तु भोजन के अन्त में जल का सेवन विष के समान हानिकारक होता है |

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