Wednesday 25 September 2013

चाणक्य जी ने बताया कि ये तीन बातें पुरुषों की विडम्बना हैं.

1-  वृद्दावस्था ,बुढ़ापे में मरी हुई पत्नी ,बन्धु-बान्धवों ,यार-दोस्तों के हाथ में गया हुआ धन और दूसरे के अधीन भोजन ये तीन बातें पुरुषों की विडम्बना हैं, मृत्यु के समान दुःख देने वाली हैं |

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