Monday 23 September 2013

चाणक्य जी ने बताया कि किस प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था राष्ट्र के लिए आवश्यक है .

1-      आवाम अथवा परराष्ट्र सम्बन्धी कर्तव्य-मण्डल अर्थात पड़ोसी राष्ट्र से सम्बन्ध रखता है |


   भावार्थ- शत्रुओं के कार्यों या उनकी गतिविधियों की देखभाल ,उन पर वरावर रखने वाला तन्त्र ही सफलता के साथ राज्य बनाये रखता है |पड़ोसी राष्ट्रों की गतिविधियों पर नजर रखना आवश्यक तन्त्र है |अपने राज्य की सुरक्षा व् सुद्रढ़ता के लिए शत्रुओं के कार्यों या उनकी गतिविधियों पर नजर रखनी आवश्यक है |यह राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था के लिए अत्यन्त आवश्यक होता है |

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